प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा दस दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारंभ

छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टीडी: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कोरबा द्वारा कोहड़िया बरपारा स्थित तनाव मुक्ति केंद्र में 15 मई से 24 मई तक चलने वाले 10 दिवसीय बाल व्यक्त्तित्व विकास के लिए समर कैम्प कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जलन कर किया गया।

 

अतिथि महापौर राजकिशोर प्रसाद जी ने कहा कि बच्चों का व्यक्त्तिव विकास के लिए शारीरिक विकास के साथ-साथ बौद्धिक व मानसिक विकास का होना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने सभी बच्चों को अधिक से अधिक लाभ लेने को कहा है।

पार्षद नरेंद्र कुमार देवांगन जी ने कहा कि माता-पिता जब भी अपने बच्चों को उपहार दे तो सही शिक्षा ढें। शिक्षा का मतलब पढ़ाई, लिखाई ही नहीं वरन उच्च संस्कार की आवश्यकता की बात है।

बी. के. बिन्दू दीदी ने कहा कि बच्चे भगवान का रूप होते है। यहीं वह समय होता है जब बच्चों में उच्च सर्वांगीण विकास के लिए संस्कार दिये जाए तो वो भविष्य मे उनके काम आते हैं जो बाद में समाज के आदर्श व्यक्ति कहलाते है।

डॉ. के. सी. देबनाथ जी ने कहा कि गर्मी की छुट्टियों के समय को सफल करने का सुनहरा अवसर है। सभी बच्चो को शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति ध्यान आकर्षित कराया ।हर्ष हेविन्स कॉलोनी सेवाकेंद्र बिलासपुर की प्रभारी बी. के. शालु ने सभी बच्चों को कुछ एक्टिविटीज कराया ।

कोरबा सेवा केंद्र की संचालिका बी. के. रूख़मणी दीदी ने कहा कि जिस प्रकार आप सभी स्कूलों में पढ़ाई पढ़ते हो उसी प्रकार यहां भगवान हमको पढ़ाता है। नर से नारायण व नारी से लक्ष्मी जैसा बनने के लिए बी.के. शेखर राम यादव द्वारा मंत्र संचालन का कार्य किया गया। इस मौके पर 9 से 12 वर्ष के लगभग 60 बच्चों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर शिविर का लाभ उठाया ।