बाल सुधार गृह से भागे राहुल साहू हत्याकांड में बड़ा खुलासा: वारदात में शामिल 13 लोगों में से 5 गिरफ्तार, पढ़िए पूरी खबर

छत्तीसगढ़
बिलासपुर/स्वराज टुडे: दुर्ग के बाल सुधार गृह से भागे राहुल साहू हत्याकांड मैं बिलासपुर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। बिलासपुर निवासी 17 वर्षीय राहुल की हत्या में शामिल 13 लोगों में से 5 आरोपी राहुल सिंह, मनीष नोन्हारे, शेख आसिफ, अभिमन्यु दास और कार चालक सोनू लडवाड़ को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये सभी बालिग हैं। ये मृतक से भिलाई में संपर्क में आए।

13 लोगों को नहीं मिला 13 लाख तो की गई राहुल की हत्या

बिलासपुर पुलिस गिरफ्तार सभी पांचों आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है । हत्या में शामिल दो नाबालिग बाल सुधार गृह लौट आए हैं जबकि 4 अन्य अब भी फरार हैं। पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई है कि हत्या की इस वारदात को 13 लाख रुपए के लिए अंजाम दिया गया था। दरअसल मृतक राहुल ने बिलासपुर के एक श्मशान में 13 लाख रु गड़ाकर रखने और इसे निकालने की योजना बाल सुधार गृह में ही बनाई। रुपए नहीं मिले तो राहुल की हत्या कर दी गई।

बाल सुधार गृह में ही बनी थी प्लानिंग, आपस में 1-1 लाख रुपए बांटना तय हुआ था

पुलिस ने बताया कि मृतक राहुल ने श्मशान घाट में गड़े 13 लाख रुपए की जानकारी सुधार गृह में बालकों को दी। राहुल ने सभी को बताया कि उसने चोरी के 13 लाख रुपए बिलासपुर के सरकंडा इलाके में चिंगराजपारा स्थित श्मशान घाट में गड़ाए हैं। सभी यहां से भागने के बाद श्मशान पहुंचेंगे। इसके बाद आपस में 1-1 लाख रुपए बांट लेंगे। प्लानिंग के तहत राहुल और उसके 6 नाबालिग रविवार सुबह करीब 8 बजे नाश्ता देने आए कर्मचारी रोमन को बंधक बनाकर भाग गए। सभी पहले सुपेला थाने के सामने बनी नर्सरी पहुंचे।

उन्हें राहुल, मनीष, शेख आसिफ, श्याम और अभिमन्यु मिले। उन्होंने 5 हजार रुपए में सोनू की गाड़ी बुक की। दोपहर 12 बजे तक वे बिलासपुर पहुंच गए। गाड़ी में 13 लोग थे। ड्राइवर श्मशान घाट के बाहर खड़ा रहा। बाकी अंदर गए मौके पर खुदाई की। इस दौरान राहुल का व्यवहार बदल गया। राहुल ने गाली गलौज शुरू कर दी। दो घंटे तक खोजने के बाद भी पैसे नहीं मिले। इसके बाद सभी का राहुल से विवाद हुआ। रुपए नहीं मिले तो आरोपियों ने चाकू और पत्थर पटकर राहुल की हत्या कर दी।

आरोपियों ने शव अरपा नदीं में फेंक दिया। चाकू से राहुल का गला भी रेता गया। फिर भिलाई लौट आए। पूरी घटना कार चालक सोनू के सामने हुई। आरोपी राहुल, मनीष, शेख आसिफ, अभिमन्यु, श्याम और 6 नाबालिग लौट आए। इसके बाद सभी अलग-अलग हो गए। चालक सोनू के बाद राहुल सिंह पकड़ाया और मामला खुल गया।

कार चालक ने अपनी मां को बताई सारी घटना तब हुआ खुलासा

सुधार गृह से भागने के बाद राहुल साहू साथियों के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी से बिलासपुर गया। घटना को अंजाम देने के बाद ड्राइवर सोनू सबसे पहले घर लौटा। सोमवार की रात लौटने के बाद उसने अपनी मां को घटना की सारी जानकारी दे दी। इस जघन्य वारदात के बारे में सुनकर मां के पैरों तले जमीन खिसक गई और उसे तत्काल दुर्ग पुलिस को जानकारी दी।

सभी आरोपी सुपेला के संजय नगर, भीम नगर और अटल आवास जवाहर नगर के रहने वाले हैं। आरोपियों को बिलासपुर पुलिस साथ ले गई। घटना की जानकारी के बाद मंगलवार को बिलासपुर पुलिस सुधार गृह पहुंची। नाबालिगों का बयान लिया। सुधार गृह से भागे 4 नाबालिग अब भी फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस द्वारा हर संभावित जगहों में दबिश दी जा रही है ।


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