सभी लोग ठीक हैं तो हाथ उठाएं, कैमरे में देखकर मुस्कराए, हम जल्दी पहुंचेंगे…सुरंग का पहला वीडियो आया सामने

नई दिल्ली/स्वराज टुडे: पिछले 9 दिन से सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों तक छह इंच की पाइपलाइन के जरिए खिचड़ी भेजने के कुछ घंटों बाद बचावकर्मियों ने मंगलवार तड़के उन तक एक कैमरा (एंडोस्कोपिक फ्लैक्सी कैमरा) भेजा और उनके सकुशल होने का पहला वीडियो जारी किया।

सोमवार देर शाम दिल्ली से कैमरा आने के बाद इसे सुरंग के अंदर भेजा गया। उन्होंने कहा कि जारी किए गए वीडियो में पीले और सफेद रंग के हेलमेट पहने श्रमिक पाइपलाइन के माध्यम से भेजे गए भोजन को प्राप्त करते हुए और एक-दूसरे से बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह इन श्रमिकों के परिवारों के लिए एक बड़ी राहत है।

मलबे के आर-पार डाली गई पाइप

इस बीच, मलबे को आर-पार भेदकर डाली गयी छह इंच व्यास वाली पाइपलाइन के जरिए सोमवार रात को श्रमिकों तक खिचड़ी भेजी गयी। खिचड़ी को चौड़े मुंह वाली प्लास्टिक की बोतलों में पैक कर श्रमिकों तक पहुंचाया गया। सुरंग में चलाए जा रहे बचाव अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि इस पाइपलाइन से दलिया, खिचड़ी, कटे हुए सेब और केले भेजे जा सकते हैं। बचाव अभियान में जुटे सुरक्षा कर्मचारी निपू कुमार ने कहा कि संचार स्थापित करने के लिए पाइप लाइन में एक वॉकी-टॉकी और दो चार्जर भी भेजे गए हैं।

36 टन वजनी मशीनें भी पहुंचीं

श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए कई दिशाओं से किए जा रहे प्रयासों के तहत भारतीय वायुसेना ने एक सी-17 और दो सी-130जे सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान से 36 टन वजनी मशीनें पहुंचा दी हैं। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि सिलक्यारा सुरंग की ओर से अमेरिकन ऑगर मशीन से ‘निकलने का रास्ता’ बनाने का कार्य फिर शुरू होने वाला है। दिल्ली से आई इंजीनियरिंग टीम ने शुक्रवार दोपहर किसी कठोर सतह से टकराने के बाद रुकी इस मशीन के कलपुर्जे बदल दिए हैं। श्रमिकों से उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछने वाले डॉक्टर प्रेम पोखरियाल ने बचावकर्मियों को सलाह दी है कि मंगलवार को उन्हें भोजन में मूंग दाल की खिचड़ी भेजी जाए जिसमें सोया बड़ी और मटर शामिल हों। इसके अलावा उन्होंने केला भेजने की भी सलाह दी है।

पीएम मोदी ने ली हालात की जानकारी

वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दोबारा फोन कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे श्रमिकों के राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को 6 इंच व्यास की पाइप लाइन के सफलतापूर्वक मलबे के आर-पार किए जाने और इसके माध्यम से भोजन और अन्य आवश्यक सामान श्रमिकों तक पहुंचाने के विषय में अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से एंडोस्कोपिक फ़्लेक्सी कैमरे की मदद से हुई बातचीत और उनकी कुशलता की जानकारी भी पीएम को दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकालना हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।